शुक्रवार, 7 अगस्त 2020

खुद को motivate कैसे रखें

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खुद को मोटीवेट कैसे रखें 💪

कहते हैं - मन को विरोध नहीं बोध दो।   

खुद को मोटिवेट करना कोई मुश्किल नहीं बस आपको सबसे पहले अपने मन की निराशा  को त्यागना पड़ेगा और धैर्य से काम लेना होगा। 



अक्सर हम लोग एक काम को शुरू तो करते है लेकिन कुछ दिन तक उस काम को सही तरीके से करने के बाद हम उस काम से अपना ध्यान खो देते हैं।  यह सिर्फ आपके साथ ही नहीं होता बल्कि सब के साथ होता है।   हम लोग जब किसी काम की शुरुआत करते हैं  तब हम बहुत ज्यादा मोटीवेट होते हैं  और पूरी लगन से उस काम को पूरा करते हैं  और फिर धीरे धीरे यह मोटिवेशन खत्म हो जाता है और हम अपने काम से भटक जाते हैं । 

इसके लिए पहले हम इसके कारणों को समझ लेते हैं -


 मेहनत के हिसाब से फल का न मिलना 

 लाभ का कम होना 

हमारी  इच्छा पूरी न होने पर 

 कोई काम हमारे द्वारा निर्धारित तरीके से न होने पर 

 जरूरत और चाहत में फर्क न कर पाने पर 

दूसरों से खुद की तुलना करने पर 

परिवार या दोस्तों से मधुर संबंध न रहने पर 

खुद को अकेला पाने पर 

 खुद में विश्वास की कमी होने पर 

दूसरों से अपेक्षाएँ ज्यादा रखने पर 


ऐसे ही कई कारण हैं जो हमें  मोटीवेट होने से रोकते हैं । जीवन है तो आशा और निराशा तो साथ होगी ही। लेकिन हमारी कोशिश यही होनी चाहिए परिस्थिति चाहे कितनी भी विपरीत क्यों ना हो सदा खुद को मोटीवेट करते रहैं । 

हमेशा खुद में मोटिवेशन बनाये रखने के लिए कुछ चीजो को अगर आप फॉलो करते हों  तो निश्चित तौर पर आप अपने अंदर प्रेरणा (मोटिवेशन) को बनाये रख सकते हैं। 

* प्राय कोई भी कार्य के लिए शरीर , मन और बुद्धि ( स्किल ) की आवश्यकता होती है। 

* तो हमें पहले अपने शरीर के स्वास्थ का ध्यान रखना होगा।  हमारा कुछ करने मन हो लेकिन शरीर साथ न देगा तो हम उस काम को कर नहीं पाएंगे।

* फिर किसी  भी काम के लिए मन का मोटीवेट होना जरूरी है।   उसके लिए आपकी उस कार्य में रूचि होनी चाहिए।  आपकी रूचि किस कार्य में है ये देखिये।  

* अब आती है बात बुद्धि की क्यों कि मन को मोटिवेशन दो चीजों से मिलता है पहला स्किल या ज्ञान - जो भी काम आप करना चाहते हैं उसके लिए आपके पास योग्यता होना आवश्यक है , दूसरा  सफलता की जबरदस्ती से आप उस मोटिवेशन को बरकरार नहीं रख पाएंगे।  अब जैसे पढाई है - देखने में ऐसा लगता है कि उसमें आपकी कोई रूचि नहीं है लेकिन होता यह है कि जो चीज हमें नहीं आती हम उसी  से जी चुराते हैं इसलिए जल्दी न करें और बजाय रटने केउस विषय को समझें।  


जो लोग बहुत सारे काम एक साथ करते हैं वो वो होते हैं जिन्होंने उन सब विषयों को कैसे करना है ये  समझा होता है और एक  बार समझने के बाद इंट्रेस्ट खुद ही बन जाता है और वो जीवन भर बना रहता है और एक कहावत है -“Don't limit yourself. - रही बात सफलता की उसके लिए मैं एक अलग पूरा ब्लॉग बनाउंगी जिसे पढ़कर आप खुद ही अपनी सफलता का रास्ता भी बना पाएंगे और उसके लिए पूर्ण उत्साहित भी रह पाएंगे।  वैसे संछेप में ऊपर दिए कारणों में ही सफलता के राज छुपे हैं जिसे हम और आप अगले ब्लॉग में खोलेंगे।  

👉क्या ये ब्लॉग किसी भी प्रकार से आपके लिए सहायक है या आपके सुझाव इस विषय में क्या हैं  ... और आप आगे किन विषयों पर ब्लॉग पढ़ना चाहते हैं  ... कृपया अपने महत्वपूर्ण सुझाव दीजिये 🙏

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